Haryana Weather Update : हरियाणा के अधिकत्तर क्षेत्रों में लगातार बरसात की बौच्छार जारी है। यहां तक बरसात की वजह से किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचने का खतरा है। क्योंकि खेतों में पानी ठहरने से बाजरा, कपास, ज्वार जैसी फसलें खराब हो सकती हैं। वहीं गांव शहर की गलियों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. मदन लाल खिचड़ ने बताया कि पिछले दो दिनों से प्रदेश में मानसून की सक्रियता बढ़ी है। उनके मुताबिक, मानसून ट्रफ उत्तर भारत से मध्य भारत की तरफ शिफ्ट हुआ है, जिससे प्रदेश में लगातार बरसात हो रही है।
हरियाणा में अब तक हुई इतनी बरसात
पाठकों को बता दें कि, जून से अब तक हरियाणा में 385.8 मिलीमीटर बरसात रिकार्ड की गई है, जो सामान्य से ज्यादा है। डॉ. खिचड़ के मुताबिक, प्रदेश के पश्चिमी और दक्षिणी जिलों में सबसे अधिक बरसात हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक, आगामी दो दिन तक मानसून इसी तरह एक्टिव रहेगा और बरसात का सिलसिला जारी रहेगा। इसके अतिरिक्त 27 से 31 अगस्त तक भी रुक-रुक कर बरसात होती रहेगी।
मौसम विज्ञानिक नें किसानों के लिए रखी सलाह
डॉ. खिचड़ के मुताबिक, यह वर्षा फसलों के लिए वरदान साबित हो रही है, विशेषकर धान और कपास की फसल को इससे बहुत फायदा होगा। हालांकि, उन्होंने किसानों को चेतावनी दी कि खेतों में पानी न ठहरे, विशेषकर सब्जियों की फसलों में। अतः पानी की निकासी की उचित व्यवस्था करना आवश्यक है।