Jind Ransome case : जींद में पिछले दो दिनों से डॉक्टरों के पास फोन कर फिरौती मांगने वाले आरोपी को CIA पुलिस और जींद सिविल लाइन पुलिस ने तत्परता से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस से बचने के लिए आरोपी भाग रहा था। फ्लाईओवर के पास सीआईए इंचार्ज सुखविंद्र सिंह, सिविल लाइन पुलिस एसआई कुलवंत सिंह, एएसआई संदीप संधू की टीम ने दोनों तरफ से आरोपी को घेर लिया, जिस पर आरोपी फ्लाईओवर के ऊपर से ही नीचे कूद गया। इससे उसकी टांग में फैक्चर आ गया। आरोपी को उपचार के लिए जींद के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। आरोपी की पहचान थुआ गांव निवासी अंकित के रूप में हुई है। अंकित पर पहले भी चार केस दर्ज हैं।
जींद में सात और आठ अगस्त को दो केस दर्ज हुए थे। इसमें सात अगस्त को सिविल लाइन पुलिस को दी शिकायत में मुस्कान अस्पताल की संचालिका डॉ. मोनिका पूनिया ने बताया था कि वह अपने अस्पताल में ओपीडी देख रही थी। सुबह 11 बजकर 25 मिनट से 11 बजकर 53 मिनट के बीच कई बार अनजान नंबर से कॉल आई। उसने कॉल रिसीव की तो आरोपी ने 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी और जान से मारने की धमकी दी।

इसके बाद आठ अगस्त को सरस्वती आई केयर के मैनेजर नरेश ने शहर थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उनके पास कई फोन आए लेकिन व्यस्तता के कारण फोन नहीं उठाए। इसके बाद आरोपी ने व्हाट्सएप पर मैसेज भेजा और धमकी देते हुए कहा कि रात को आठ बजे तक 20 लाख रुपए नहीं दिए तो जान से मार दिए जाआगे। पुलिस दोनों मामलों की जांच में जुटी थी। शाम को पुलिस को सूचना मिली कि फिरौती मांगने का आरोपी नरवाना क्षेत्र में घूम रहा है और वह भागने की फिराक में है।
इस पर डीएसपी कमलदीप राणा के दिशा निर्देश पर सीआईए इंचार्ज सुखविंद्र की टीम और एसआई कुलवंत तथा एएसआई संदीप के नेतृत्व में सिविल लाइन पुलिस जींद की टीम ने तत्परता से आरोपी थुआ गांव निवासी अंकित को ट्रैक किया और उसके पीछे लग गईघेर लिया। दोनों तरफ से पुलिस से घिरा देख आरोपी ने पुल से छलांग लगा दी।

नीचे गिरने के बाद उसकी टांग में चोट लग गई। पुलिस आरोपी को नरवाना के सिविल अस्पताल में लेकर आई। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जींद सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया। पुलिस उपचार के बाद आरोपी को गिरफ्तार करेगी। पुलिस ने फिरौती के मामले को सुलझाने में कामयाबी हाथ लगी है। आरोपी पर पहले भी आर्म्ज एक्ट समेत चार केस दर्ज हैं।