जींद में संत सिरोमणि धन्ना भगत मेडिकल कॉलेज में ओपीडी शुरू, देखें घोषणा से लेकर अब तक की रिपोर्ट

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Sant Siromani Dhanna Bhagat Medical College Jind : जींद हैबतपुर गांव स्थित मेडिकल कालेज में इलाज शुरू हो गया है। इसके लिए जींद के नागरिक अस्पताल से ही चिकित्सक प्रतिनियुक्ति पर लगाए गए हैं। 17 चिकित्सकों ने मेडिकल कालेज में ओपीडी शुरू कर दी है।

वीरवार से ओपीडी शुरू हुई और अब तक 65 से अधिक मरीजों ने यहां इलाज करवाया है। हालांकि अभी मेडिकल कालेज में औपचारिक रूप से ओपीडी का उद्घाटन बाकी है।

मेडिकल कालेज जींद के लिए महत्वकांक्षी परियोजना है। हालांकि अभी मेडिकल कालेज को पूरी तरह से तैयार होने में समय लगेगा। हालांकि शुरूआती डेडलाइन दो साल पहले समाप्त हो चुकी है, लेकिन अभी कुछ भवनों का काम बचा हुआ है। यहां निर्माण कार्य पूरा होने में करीब एक साल का समय और लगेगा।

बीच में कोरोना काल व अन्य बाधाओं के चलते निर्माण कार्य में देरी हुई है। इसके बावजूद अब यहां पर ओपीडी शुरू हो गई है। स्वास्थ्य शिक्षा एवं शोध विभाग इसी साल यहां ओपीडी शुरू कर अगले साल से एमबीबीएस के दाखिले भी करवाने की योजना बना रहा है।

ऐसे में ओपीडी के साथ बचा हुआ निर्माण कार्य भी जल्द से जल्द पूरा करना होगा। अब ओपीडी शुरू होने से लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। हालांकि ओपीडी के लिए जरूरी अन्य सुविधाएं भी धीरे-धीरे जुटाई जाएंगी। इसमें एक्सरे व टेस्ट जैसी सुविधाओं के लिए उपकरण जुटाए जाने हैं।

घोषणा के 11 साल बार चिकित्सा सुविधाएं शुरू
बेशक हैबतपुर मेडिकल कालेज में ओपीडी शुरू हो गई है, लेकिन इसके लिए जींद के लोगों को 11 साल का इंतजार करना पड़ा। मेडिकल कालेज के शुरू होने में सबसे अधिक इंतजार जमीन के लिए हुआ। घोषणा के करीब एक साल बाद 2015 में हैबतपुर गांव की पंचायत ने सरकार को मेडिकल कालेज के लिए 24 एकड़ जमीन दी। इसके बाद टेंडर प्रक्रिया चली और निर्माण कार्य शुरू हुआ।

हालांकि वर्ष 2021 में टेंडर एलएनटी कंपनी को काम अलाट होने के बाद कार्य काफी तेजी से हुआ है। मेडिकल कालेज की घोषणा 2014 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की थी। हालांकि इसके लिए अधिक जमीन की जरूरत थी, लेकिन 24 जमीन में ही मेडिकल कालेज बनने से कालेज में लड़के और लड़कियों के लिए 19-19 मंजिला हास्टल भवन बनाए गए हैं। कालेज कैंपस भी सात मंजिला बनाया है।

मेडिकल कालेज में 19 बड़े खंड बनाए गए हैं। इसमें टीचिंग अस्पताल, 750 बेड का अस्पताल, ब्लड बैंक, पैथ लैब, रेडियोग्राफी खंड, ओपीडी, गर्ल्स एवं इंटरनल हास्टल, लड़कों का एवं इंटरनल हास्टल, जूनियर व सीनियर रेजिडेंट, नर्सिंग कालेज व हास्टल, निदेशक निवास, गेस्ट हाउस व शापिंग सेंटर, पावर सब-स्टेशन, पुलिस स्टेशन, वेस्ट मैनेजमेंट बिल्डिंग, शव गृह, पुलिस थाना, सब स्टेशन, खेल परिसर शामिल हैं।

घोषणा से निर्माण तक यूं चली प्रक्रिया

  • 26 दिसंबर 2014 को मेडिकल कालेज निर्माण की घोषणा।हैबतपुर गांव के पास पंचायत की 24 एकड़ जमीन चिह्नित।
  • 2015 में हैबतपुर पंचायत ने 24 एकड़ जमीन को प्रशासन के हैंडओवर की।
  • 11 सितंबर 2016 को सीएम मनोहरलाल ने मेडिकल कालेज का शिलान्यास किया।
  • नवंबर 2017 में पीडब्ल्यूडी ने चहारदीवारी निर्माण का प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेजा।
  • दिसंबर 2018 में चहारदीवारी निर्माण कार्य पूरा हुआ।
  • जनवरी 2020 में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला द्वारा 550 बेड से 750 बेड का अस्पताल बनाने की घोषणा
  • नवंबर 2020 में निर्माण कार्य के लिए टेंडर जारी
  • दिसंबर 2020 में निर्माण कार्य के लिए टेक्निकल बिड खुली
  • जनवरी 2021 में फाइनेंशियल बिड खुली, निर्माण कार्य अलाट

चिकित्सकों की नियुक्त
फिलहाल 17 चिकित्सकों की नियुक्त मेडिकल कालेज में हुई है। इन सभी चिकित्सकों को जींद के नागरिक अस्पताल से मेडिकल कालेज में लगाया गया है। कुछ चिकित्सकों की सेवाएं नियमित रूप से मेडिकल कालेज में रहेगी कुछ चिकित्सक सप्ताह में एक या दो दिन रहेगी। इसमें सर्जन, डा. संतलाल, डा. योगेश मलिक, डा. खुशबू, डा. अरविंद, डा. नैंसी, डा. रघुबीर पूनिया, डा. सुरजीत, डा. संकल्प, डा. तमन्ना, डा. हीना, डा. अभिमन्यु रमन, डा. रमनदीप, डा. पूर्णिमा, डा. प्रमोद, डा. सुशील कुमार की ड्यूटी लगाई गई है।

तैयार पूरी, शुरू किया इलाज
अभी औपचारिक रूप से ओपीडी शुरू नहीं हुई है। चिकित्सकों की नियुक्त हो गई है। प्रथम चरण में प्रतिनियुक्ति पर 17 चिकित्सक आए हैं। दवा भी उपलब्ध हैं। जो मरीज आ रहे हैं, उनका इलाज किया जा रहा है। धीरे- धीरे व्यवस्था बनाई जा रही हैं। जल्द ही पूरी तरह से ओपीडी शुरू कर दी जाएगी।
डा. राजीव महेंद्रु, निदेशक, मेडिकल कालेज।

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