हरियाणा में परिवार पहचान पत्र (Family ID) की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। प्रदेश में 2761 लोग ऐसे हैं, जिनकी एक नहीं दो-दो पत्नियां हैं और 15 लोग ऐसे भी हैं, जिनकी एक नहीं, दो नहीं बल्कि तीन-तीन पत्नियां हैं। ऐसे मामलो की अब गहनता से जांच शुरू हो गई है। प्रदेश भर के अलग-अलग जिलों से यह आंकड़ा सामने आया है। सबसे ज्यादा मामले नूंह जिले से सामने आए हैं। यहां पर 353 पुरुषों ने दो पत्नियों की जानकारी और ब्योरा दिया है।
हरियाणा परिवार पहचान प्राधिकरण के मुताबिक, 2761 व्यक्तियों ने दो पत्नियों की जानकारी दी है। 15 व्यक्तियों ने बताया है कि उनकी तीन पत्नियां हैं और तीन लोगों ने तीन से ज्यादा पत्नियों का विवरण दिया है। यह आंकड़े स्वघोषित हैं यानी संबंधित लोगों ने खुद यह जानकारियां फैमिली आईडी में दी हैं। वैसे, जिलेवार आंकड़ों पर नजर डालें तो सबसे ज्यादा मामले नूंह जिले से आए हैं, जहां 353 पुरुषों ने एकल परिवार में दो पत्नियों की जानकारी दी है। तीन पत्नियों वाले मामलों में भी फरीदाबाद, भिवानी, करनाल और झज्जर जैसे जिलों के नाम शामिल हैं।
फैमिली आईडी में नहीं होता धर्म का कॉलम
परिवार पहचान प्राधिकरण के स्टेट कोऑर्डिनेटर के अनुसार, फैमिली आईडी धर्मनिरपेक्ष पहचान प्रणाली है। इसमें धर्म से जुड़ा कोई कॉलम नहीं होता। लेकिन लाभ देने के लिए जाति और आय का सत्यापन अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि पत्नी और बच्चों का कोई स्वतंत्र सत्यापन नहीं किया जाता।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि लोगों ने जानकारिया दी हैं, उन्हें सही माना जाता है क्योंकि वे खुद स्वेच्छा से भरी गई हैं। यहां पर बता दें कि हरियाणा सरकार ने सरकारी योजनाओं को फैमिली आईडी से लिंक कर दिया है। बिना फैमिली आईडी के किसी सरकारी योजना का लाभ लेने में अड़चन आती है। यही कारण है कि लोग इसमें अपने पूरे परिवार, पत्नी और बच्चों की जानकारी देने को मजबूर हैं।दो से ज्यादा पत्नियों के केस
जिला दो से अधिक पत्नियां
फरीदाबाद 267
करनाल 171
पलवल 178
गुरुग्राम 157
हिसार 152
सोनीपत 134
सिरसा 130
पानीपत 129
यमुनानगर 111