Jind Medical College OPD Start : हरियाणा के जींद में हैबतपुर के पास बने संत सिरोमणी धन्ना भगत मेडिकल कॉलेज में ओपीडी शुरू हो गई हैं। सिविल अस्पताल से 17 डॉक्टरों को डेपुटेशन पर मेडिकल कॉलेज में नियुक्त किया गया है। घोषणा के करीब 11 साल बाद कॉलेज शुरू हुआ है। अब यहां पर धीरे-धीरे पूरे स्टॉफ की नियुक्ति की जाएगी और उसके बाद पीजीआई जैसी सुविधाएं लोगों को जींद में ही मिलने लग जाएंगी। हालांकि अभी मेडिकल कालेज में औपचारिक रूप से ओपीडी का उद्घाटन बाकी है।
जिला वासियों को मेडिकल कॉलेज के लिए 11 साल तक इंतजार करना पड़ा है। अब यहां सुचारू रूप से ओपीडी होंगी और मरीजों की जांच और उपचार का काम किया जाएगा। मेडिकल कालेज में लड़के और लड़कियों के लिए 19-19 मंजिला हास्टल भवन बनाए गए हैं। कालेज कैंपस भी सात मंजिला बनाया है। मेडिकल कालेज में 19 बड़े खंड बनाए गए हैं। इसमें टीचिंग अस्पताल, 750 बेड का अस्पताल, ब्लड बैंक, पैथ लैब, रेडियोग्राफी खंड, ओपीडी, गर्ल्स एवं इंटरनल हास्टल, लड़कों का एवं इंटरनल हास्टल, जूनियर व सीनियर रेजिडेंट, नर्सिंग कालेज व हास्टल, निदेशक निवास, गेस्ट हाउस व शापिंग सेंटर, पावर सब-स्टेशन, पुलिस स्टेशन, वेस्ट मैनेजमेंट बिल्डिंग, शव गृह, पुलिस थाना, सब स्टेशन, खेल परिसर शामिल हैं।
स्वास्थ्य शिक्षा एवं शोध विभाग अगले साल से एमबीबीएस के दाखिले भी करवाने की योजना बना रहा है। हालांकि ओपीडी के लिए जरूरी अन्य सुविधाएं भी धीरे-धीरे जुटाई जाएंगी। इसमें एक्सरे व टेस्ट जैसी सुविधाओं के लिए उपकरण जुटाए जाने हैं।
फिलहाल 17 डॉक्टरों की नियुक्ति मेडिकल कालेज में हुई है। इन सभी डॉक्टरों को जींद के सिविल अस्पताल से डेपुटशेन पर लिया गया है। कुछ डॉक्टरों की सेवाएं नियमित रूप से रहेंगी तो कुछ डॉक्टर सप्ताह में एक या दो दिन वहां सेवाएं देंगे। इनमें सर्जन, डा. संतलाल, डा. योगेश मलिक, डा. खुशबू, डा. अरविंद, डा. नैंसी, डा. रघुबीर पूनिया, डा. सुरजीत, डा. संकल्प, डा. तमन्ना, डा. हीना, डा. अभिमन्यु रमन, डा. रमनदीप, डा. पूर्णिमा, डा. प्रमोद, डा. सुशील कुमार की ड्यूटी लगाई गई है।
मेडिकल कॉलेज के निदेशक डॉ. राजीव महेंद्रु ने बताया कि अभी औपचारिक रूप से ओपीडी शुरू नहीं हुई है। डॉक्टरों की नियुक्ति हो गई है। प्रथम चरण में डेपुटेशन पर 17 डॉक्टर आए हैं। दवा भी उपलब्ध हैं। जो मरीज आ रहे हैं, उनका इलाज किया जा रहा है। धीरे-धीरे व्यवस्था बनाई जा रही हैं। जल्द ही पूरी तरह से ओपीडी शुरू कर दी जाएगी।