Manu Bhaker’s Best Shot: India’s First Shooting Medal at Paris Olympics 2024
Manu Bhaker:इंडियन शूटर मनु भाकर ने इतिहास रच दिया है। वह ओलंपिक्स मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला शूटर बन गई हैं।पेरिस ओलंपिक 2024 का दूसरा दिन (28 जुलाई) भारत के लिहाज से खास रहा। इन गेम्स के दूसरे दिन भारत का खाता खुला। शूटिंग में स्टार निशानेबाज मनु भाकर ने ब्रॉन्ज जीतकर भारत को पहला मेडल दिलाया।
वो निशानेबाजी में कोई भी ओलंपिक मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं मनु ने 10 मीटर पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल जीता।इस इवेंट का गोल्ड और सिल्वर मेडल साउथ कोरिया के खाते में गया।ओलंपिक शूटिंग में हमने 12 साल बाद कोई मेडल जीता है। आखिरी बार गगन नारंग और विजय कुमार ने ओलंपिक्स में शूटिंग मेडल्स जीते थे।

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नारंग ने ब्रोंज जबकि विजय ने सिल्वर अपने नाम किया था। पैरिस 2024 में गगन भारतीय दल के मुख्य बनकर गए हैं मेडल जीतने के बाद मनू बोली बहुत अच्छा लग रहा है भारत को इस मेडल का लंबे वक्त से इंतजार था। हम और मेडल्स डिजर्व करते हैं, इस बार हमारी कोशिश होगी कि हम ज्यादा से ज्यादा मेडल जीत सके टीम बहुत मेहनत कर रही है।
एक व्यक्ति के रूप में मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। यह ब्रोंज है अगली बार और बेहतर करने की कोशिश करूंगी मैं गीता बहुत पढ़ती हूं लास्ट शॉट्स के वक्त मेरे दिमाग में यही चल रहा था कि आप कर्म करो फल की चिंता नहीं। अपना बेस्ट दो, बाकी जो होना होगा हो जाएगा। इससे पहले मनू ने क्वालीफाइंग में ही दिखा दिया था कि इस बार उनसे मेडल की उम्मीद की जा सकती है।

पूर्व यूथ ओलंपिक्स चैंपियन मनू ने क्वालिफिकेशन राउंड में 580 पॉइंट्स स्कोर किए। वो तीसरे नंबर पर रहते हुए आगे बढ़ी और Manu Bhaker ने क्वालीफाइंग राउंड में 27 बार इनर 10 पर निशाना लगाया 10 मीटर एयर पिस्टल में 10 रिंग्स के बाद टारगेट में एक और रिंग होती है इसे इनर 10 कहते हैं।
इसमें मारने पर भी 10 पॉइंट्स ही मिलते हैं लेकिन कंपटीशन के दौरान किसी टाई को ब्रेक करने के लिए इनर 10 का इस्तेमाल करते हैं यानी जब स्कोर बराबर हो तो यह देखा जाता है कि किस शूटर ने ज्यादा बार इनर 10 स्कोर किया पेरिस 2024, 10 मीटर एयर पिस्टल क्वालिफिकेशन में कोई भी शूटर इतनी बार इनर 10 पर निशाना नहीं लगा पाया।
मनू ने कई नौ पॉइंट्स के शॉट्स भी लगाए खासतौर से अपने आखिरी 30 शॉर्ट्स में, उन्होंने कई बार ऐसा किया लेकिन उन्हें लगातार एवरेज से ऊपर शूट करने का फायदा मिला और वो क्वालीफाई कर गई 60 में से मनू का सिर्फ एक शॉट आठ पॉइंट्स का लगा यानी उन्होंने 59 शॉट नौ या उससे ज्यादा पॉइंट्स के लगाए।

हरियाणा के झज्जर की रहने वाली मनू के पिता मर्चेंट नेवी में चीफ इंजीनियर हैं।14 साल की उम्र तक मनु बॉक्सिंग,टेनिस, स्केटिंग, और मणिपुरी मार्शल आर्ट्स खेलती थी। इन इवेंट्स में उन्होंने कई नेशनल मेडल्स भी जीत रखे थे,लेकिन अप्रैल 2016 में मनू पहली बार शूटिंग रेंज पहुंची सोचा कि यहां भी हाथ आजमा ही लेते हैं हाथ आजमाया और ऐसा आजमाया कि 15 दिन बाद ही हरियाणा ओपन टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल जीत लिया बस यहीं से मन बन गया कि अब उन्हें शूटिंग ही करनी है और उनके इस फैसले को साथ मिला मनू के पिता का।
मनू ने शूटिंग शुरू कर दी और शुरू करते ही साल 2017 की एशियन जूनियर चैंपियनशिप का सिल्वर मेडल जीत लिया। लेकिन असली कमाल तो हुआ इसी साल हुए नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में यहां भाकर ने कई बार की नेशनल चैंपियन तमाम नेशनल रिकॉर्ड बनाने वाली सुपरस्टार हीना सिद्धू को ना सिर्फ हराया बल्कि उनका नेशनल रिकॉर्ड भी तोड़ डाला। इस इवेंट में मनू ने कुल नौ गोल्ड मेडल जीते।

फिर आया साल 2018 स्कूल कॉलेज के बच्चों के लिए शुरू हुए खेलो इंडिया गेम्स मनु अपने स्कूल की तरफ से इसमें भाग लेने पहुंची मनू ने यहां भी अपने इवेंट की गोल्ड मेडल जीत लिए इतना ही नहीं इन्होंने इस दौरान नया नेशनल रिकॉर्ड भी बना डाला। मनू ने ये रिकॉर्ड फाइनल में बनाया। स्कूल गेम्स के बाद 2018 में ही आया नंबर मेक्सिको वर्ल्ड कप का यहां दो गोल्ड मेडल जीतने वाली 16 साल की Manu Bhaker वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीतने वाली सबसे युवा भारतीय शूटर बन गई।
Manu Bhakerने इसी साल हुए कॉमनवेल्थ गेम्स और यूथ ओलंपिक्स में भी गोल्ड मेडल जीते अर्जेंटीना में हुए यूथ ओलंपिक्स में मनू ने एक गोल्ड और एक सिल्वर मेडल जीता इतना ही नहीं उन्होंने इसी साल हुए जूनियर वर्ल्ड कप में भी तीन गोल्ड मेडल जीत लिए हालांकि मनू टोक्यो 2022 ओलंपिक्स में कुछ खास नहीं कर पाई क्वालिफिकेशन में 12वें नंबर पर रहकर उन्हें बाहर का रास्ता देखना पड़ा हालांकि बाद में पता चला कि मन्नू की पिस्टल में कुछ खराबी आ गई थी इसलिए वह नाकाम रही।